अभय चौटाला ने कहा कि गुरुवार को मेरी बात स्पीकर (Speaker) से हुई थी. उन्होंने कहा कि उनके पास कोई इस्तीफा नहीं पहुंचा. अभय चौटाला के मुताबिक, स्पीकर ने कहा है कि स्वैच्छिक इस्तीफा देता हूं – यह लिखकर देना चाहिए. अभय ने स्पीकर की बात पर जोड़ा कि स्वेच्छा से वह इस्तीफा देता है, जो अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा सकता. मैं चौधरी देवीलाल के सिद्धांतवाली पार्टी से हूं. उन्होंने लोगों के लिए कभी पद को बड़ा नहीं समझा. अभय चौटाला ने कहा कि मैंने चौधरी देवीलाल की नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए एक पहल करने का फैसला किया है. हम लगातार किसानों के इस आंदोलन में अपनी पार्टी की तरफ से जिम्मेदारी निभाने में लगे हुए हैं. आज किसान परेशान हैं और इतनी ठंड में धरने पर बैठे हैं. कल मैं अंबाला से ट्रैक्टर लेकर नरवाना, उचाना, बरौदा और गोहाना होते हुए फिर किसानों के आंदोलन में जाऊंगा.
अभय चौटाला ने अपने इस्तीफे का मजमून पढ़ा
अभय चौटाला ने कहा कि मुझे स्पीकर ने कहा – इस्तीफा दो लाइन का होता है. चौटाला ने कहा कि मेरे इस्तीफे पर और भी कई लोगों ने नुक्ताचीनी की है. मेरे लिए विधायक का पद कोई मायने नहीं रखता है. मैंने स्पीकर को कहा कि मेरे इस्तीफे में कोई शर्त नहीं है, लेकिन किसानों को समर्थन करते हुए इस्तीफा दे रहा हूं, यह लाइन जरूर लिखूंगा. अभय चौटाला ने बताया कि स्पीकर ने उन्हें कल यानी गुरुवार को मिलने की हां की थी, लेकिन आज पूरा दिन वे नहीं मिले. मैं आज फिर मीडिया के सामने इस्तीफे से जुड़े दस्तावेज पढ़कर सुना देता हूं. इसके बाद अभय ने अपना इस्तीफा मीडिया के सामने पढ़ा और पूछा कि इससे स्पीकर को दिक्कत क्या है?26 जनवरी के बाद इस्तीफों की लाइन लगेगी
अभय चौटाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं किसानों के समर्थन में इस्तीफा दे रहा हूं, इसलिए अपने इस्तीफे में यह लाइन लिख रहा हूं. मैं ट्रैक्टर लेकर 27 तारीख को विधानसभा में फिर जाकर इस्तीफा देकर साइन करके आऊंगा. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी के बाद इस्तीफों की लाइन लगेगी.
अभय चौटाला का पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना
अभय चौटाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हुड्डा ने विधानसभा में किसानों के मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं की, और भाग गए. अभय ने कहा मैंने हुड्डा की सरकार में भी विपक्ष में रहकर जिम्मेदारी निभाई है. उन्होंने कहा कि किसानों के मसले पर भी हुड्डा और बीजेपी की मिलीभगत है. राज्यसभा के चुनाव में इनकी साठगांठ सभी के सामने आ चुकी है. हुड्डा किसी भी जगह किसानों के धरने के बीच नहीं जा रहे हैं. एक-दो जगह हुड्डा गए, जहां उनके समर्थक बैठे हैं.
कांग्रेस विधायकों की भी चूड़ी कसी जाएगी
दिग्विजय चौटाला के अंगूठा कटाने कर शहीद होने के बयान पर अभय चौटाला ने कहा कि इसी अंगूठे से इनका तिलक करूंगा. मेरे इस्तीफे के बाद जो विधायक किसान समर्थक होने की बात करते हैं, उन पर दबाव बढ़ेगा. मेरे इस्तीफे के बाद कांग्रेस विधायकों की भी चूड़ी कसी जाएगी. उन्होंने जेजेपी के दिल्ली जाने पर कहा कि जेजेपी का बीजेपी में विलय हो चुका है. उन्होंने पूछा कि आखिर जेजेपी को क्या जरूरत थी कि अपनी पार्टी के विधायक उनके पास लेकर गए.