बदमाशों की मारपीट से घायल हुई महिला अस्पताल में भर्ती हैं.
अस्पताल में भर्ती घायल शमीम बताती हैं कि उनके घर के बाहर मोहल्ले के कइयों बदमाश आए दिन छेड़खानी आदि करते रहते हैं. इसी बात का विरोध करने का खमियाजा वे और उनका परिवार भुगत रहा है.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 14, 2021, 4:32 PM IST
Dr. Bhimrao Ambedkar Government Joint Hospital) में भर्ती करा दिया गया है. डाक्टरों की टीम तीनों घायलों के उपचार में जुटी हुई है.
सभी घायल अस्पताल में भर्ती
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ. पीयूष त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल में तीन लोग घायल अवस्था में लाए गए हैं, जिनका उपचार करने में डॉक्टरों की टीम जुटी हुई है. विवाद के पीछे क्या वजह है – यह वह नहीं बता सकते हैं. इसकी जांच करने में पुलिस लगी हुई है. अस्पताल में भर्ती घायल शमीम बताती हैं कि उनके घर के बाहर मोहल्ले के कइयों बदमाश आए दिन छेड़खानी आदि करते रहते हैं. इसी बात का विरोध करने का खमियाजा वे और उनका परिवार भुगत रहा है.कामकाज से लौटे घर के लोग तो हमला कर दिया
उन्होंने बताया कि वारदात वाले दिन जैसे ही घर के लोग कामकाज से लौट कर आये, वैसे ही 10 12 लोगों ने सभी को घेर करके पीटना शुरू कर दिया. महिला के बेटे आरिफ का कहना कि नखासा मुहाल में चक्की वाले दरोगा का बेटा मुहल्ले में लड़कियों से आए दिन छेड़खानी करते रहता है. जिसका वे लोग विरोध करते हैं. करीब 6 महीने पहले भी इसी तरह की हरकत वे लोग कर रहे थे. तो उनके पिता से शिकायत कर दी गई थी. तब सब शांत हो गए. उसके बाद आज फिर सिर उठाने लगे. आज भी छेड़खानी से मना करने पर वे कहने लगे कि यह सरकारी जमीन क्या तुम्हारे बाप की है. इस पर हम जो चाहेंगे. वह करेंगे. किसी को कोई एतराज नहीं होना चाहिए. तब हमने छोटे भाई को घर में वापस बुला लिया. तब उनलोगों ने उसे घर से खींच कर मारना-पीटना शुरू कर दिया. बचाव करने पर परिवार के सभी लोगो की पिटाई शुरू कर दी.
पुलिस इस पूरे मामले की गंभीरता के साथ जांच करने में जुटी हुई है. बताते चले कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओ और लड़कियों की सुरक्षा के लिए अभियान चलाया हुआ है. लेकिन इस तरह की वारदात यह बताती है कि कहीं न कही पुलिस लापरवाह तो है.
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