पीवी सिंधु ने कहा कि ओलिंपिक चैंपियन ली झुरेई को हराना उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट था
फैन के सैलरी देने के बाद पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने उन्हें एक पत्र भेजा और इसके साथ ही कुछ पैसे भी भेजे
सिंधु ने तब चाइना मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में लंदन ओलिंपिक की स्वर्ण पदक विजेता झूरेई को हराकर बैडमिंटन जगत में अपने नाम से लोगों को परिचित कराया. इसके एक साल बाद उन्होंने प्रतिष्ठित विश्व चैंपियनशिप में अपना पहला कांस्य पदक जीता. विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने कुल पांच पदक जीते हैं, जिनमें दो कांस्य, दो रजत और एक स्वर्ण पदक शामिल है. इसके अलावा उन्होंने चार साल पहले रियो डि जनेरियो में ओलिंपिक रजत पदक हासिल किया था.
पहले या फिर क्वालीफाइंग में ही हार जाती थी
सिंधु ने टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदित दानी से उनके ऑनलाइन कार्यक्रम ‘इन द स्पॉटलाइट’ में कहा कि जब मैंने खेलना शुरू किया तो मैं अच्छा प्रदर्शन कर रही थी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर उस तरह का नहीं था. मैं पहले दौर, क्वालीफाइंग दौर में हार जाती. मुझे अहसास हुआ कि मुझे बेहतर खेल दिखाना होगा और तब मैंने कड़ी मेहनत शुरू की. उन्होंने कहा कि मुझे हार पर दुख होता और मैं सोचती थी कि मैं क्या गलतियां कर रही हूं. मैं अन्य की तरह कड़ी मेहनत कर रही थी.
पहले या फिर क्वालीफाइंग में ही हार जाती थी
हैदराबाद लौटने पर फैन ने दे दी थी सैलरी
सिंधु ने कहा कि मेरे करियर का टर्निंग प्वाइंट वह था जब 2012 में मैंने ली झूरेई को हराया. उस समय वह ओलिंपिक चैंपियन थी. इसके बाद मैंने अतिरिक्त मेहनत की. मैंने कदम दर कदम, साल दर साल सुधार किया. दो बार के ओलिंपिक चैंपियन लिन डैन की खेल शैली की प्रशंसक सिंधु ने याद किया किस तरह से उनके रियो से हैदराबाद पहुंचने पर एक प्रशंसक ने अपने महीने का वेतन उन्हें सौंप दिया था. विश्व में सातवें नंबर की खिलाड़ी ने कहा कि यह दिल छूने वाली घटना थी और मुझे आज भी यह अच्छी तरह से याद है. मैंने उन्हें पत्र लिखा और कुछ पैसा भी भेजा.
हैदराबाद लौटने पर फैन ने दे दी थी सैलरी
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