रिपोर्ट: विशाल झा
गाजियाबाद : अक्सर अपने बयानों के कारण विवाद में रहने वाले डासना मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि जी महाराज एक बार फिर चर्चाओं में हैं. इस बार इन्होंने कोई विवादित बयान नहीं दिया है, बल्कि भिक्षा यात्रा के कारण ये सुर्खियों में बने हुए हैं. इस भिक्षा यात्रा में जनपद गाजियाबाद के आम जन के साथ जिले के अधिकारियों को भी शामिल किया गया है.
यति नरसिंहानंद गिरी महाराज प्रत्येक अधिकारियों के पास भी जाकर चंदा मांग रहे हैं. इस चंदा से इकट्ठा की गई धनराशि से डासना मंदिर के अंदर गिरी महाराज एक सनातन विश्वविद्यालय का निर्माण करना चाहते हैं, जिसका नाम ‘वैदिक ज्ञानपीठ’ होगा. इसमें छात्र अपने धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक ज्ञान पा सकेंगे.
डासना देवी मंदिर का इतिहास
शिव शक्ति धाम डसना मंदिर लाखौरी ईटों से बना हुआ है, जिसको देखने के बाद लगता है कि मानो इसका निर्माण मुगलकाल में हुआ हो. इस मंदिर की मान्यता है कि अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने इस मंदिर में शरण ली थी. महंत यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने News18 Local से बताया कि भिक्षा मांगकर शिवशक्ति धाम डासना के पुनर्निर्माण और सनातन धर्म के विश्वविद्यालय ‘वैदिक ज्ञानपीठ ‘ का निर्माण किया जाएगा. वर्तमान में छात्रों कों सनातन, संस्कृति और आध्यात्मिक ज्ञान देने के लिए विद्यालयों में कोई क्लासेज नहीं होती है. अभी मंदिर प्रबंधन की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण चंदा मांग कर काम किया जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : September 08, 2022, 12:14 IST