(रिपोर्ट – शाश्वत सिंह)
केंद्र सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति में शोध और अनुसंधान पर विशेष जोर दिया जा रहा है.इसके तहत पीएचडी के अलावा लघु शोध को भी बढ़ावा देने के लिए भी जोर दिया गया है.इसको देखते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने भी लघु शोध को प्रोत्साहन देने के लिए कुछ प्रभावी कदम उठाए हैं.विश्वविद्यालय ने परास्नातक स्तर (Master’s level) पर लघु शोध करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने के फ़ैसला लिया है.
इनोवेटिव लघु शोध को बढ़ावा
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मुकेश पांडेय ने बताया कि ऐसे लघु शोध जो विश्वविद्यालय द्वारा तय किए गए मानकों पर खरे उतरेंगे उन्हें छात्रवृत्ति दी जाएगी.इसके साथ ही वह लघु शोध जो इनोवेटिव होंगे तथा आत्मनिर्भर भारत में उनका योगदान होगा उन्हें ही यह छात्रवृत्ति दी जाएगी.
उत्कृष्ट लघुशोध करने वाले विद्यार्थी को मिलेगी छात्रवृत्ति
प्रो पाण्डेय ने बताया कि हर पाठयक्रम में से सर्वश्रेष्ठ लघु शोध करने वाले एक छात्र तथा एक छात्रा को 15000 रूपए की धनराशि छात्रवृत्ति के रूप में दी जाएगी. द्वितीय स्थान पर आने वाले एक छात्र और एक छात्रा को 10000 रुपए की धनराशि दी जाएगी.यह धनराशि सिर्फ एक बार दी जाएगी.
डिग्री के लिए लघु शोध महत्वपूर्ण
गौरतलब है कि, विश्वविद्यालय से परास्नातक पाठ्यक्रमों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अंतिम वर्ष में एक लघु शोध (dessertation) करना होता है.लघु शोध के पूरा हो जाने के उपरांत ही विद्यार्थी को डिग्री दी जाती है.
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FIRST PUBLISHED : May 09, 2022, 18:07 IST