झांसी:-भारत विकास के पथ पर लगातार अग्रसर है लेकिन आज भी ऐसी कई समस्याएं हैं जिनका समाधान निकालने की आवश्यकता है.रोजमर्रा के जीवन में हम कई ऐसी समस्याओं का सामना करते हैं जो हमें परेशान तो करती हैं.लेकिन हम उनका समाधान निकालने के बारे में नहीं सोचते.ऐसी ही लगभग 500 समस्याओं को एकत्रित करके भारत सरकार ने स्मार्ट इंडियाहैकथॉनप्रतियोगिता की शुरुआत की है.इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए युवा इन समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं.बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में 19 टीमों के लगभग 150 विद्यार्थीविभिन्न समस्याओं का समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं.
विभिन्न समस्याओं का समाधान ढूंढ रहे हैं युवा
यात्रीगण नाम की टीम के सदस्यों ने पब्लिक सेवा में चलने वाली बसों की ट्रैकिंग की समस्या को सॉल्व करने के लिए एक सॉफ्टवेयर बनाया है.बग हंटर्स नाम की एक और टीम ने खेलों में होने वाली डोपिंग के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए एप बनाया है.आर्यभट नाम की टीम के सदस्य दिव्यांगों के लिए एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार कर रहे हैं जो दिव्यांगों को यह जानकारी उपलब्ध कराएगा कि जिस जगह वह जा रहे हैं उसका स्ट्रक्चर कैसा है.इसके अलावा कृषि, रोजगार और पर्यवारण से जुड़ी समस्याओं का समाधान भी यह युवा खोज रहे हैं.
इनोवेशन पर काम करने की आवश्यकता
हैकथॉनप्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय ने कहा कि इनोवेशन ही भविष्य है और इस क्षेत्र में युवाओं को लगातार काम करते रहना चाहिए.साथ ही उन्होंने छात्रों से यह भी कहा कि अगर वह कोई स्टार्ट अप का आइडिया लेकर आते हैं तो विश्वविद्यालय उसे फंड करने पर विचार कर सकता है.
एक समाधान खोजने पर 1लाख रुपए
गौरतलब है कि, स्मार्ट इंडियाहैकथॉन प्रतियोगिता में लगभग 500 समस्याओं को शामिल किया गया है.हर समस्या का समाधान ढूंढने वाली टीम को 1लाख रुपए की धनराशि दी जाएगी.देश भर के विद्यार्थी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं.
(रिपोर्ट – शाश्वत सिंह)
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