रिपोर्ट: सृजित अवस्थी
पीलीभीत: यूपी के पीलीभीत का रोडवेज स्टैंड निर्माण के कुछ सालों बाद से ही बदहाली के आंसू बहा रहा है. आलम यह है कि बस स्टैंड में ही बसों के खड़ी करने भर की भी जगह नहीं है. रोडवेज के ड्राइवर बसों को बाहर सड़कों पर खड़ी कर देते हैं, जिसके कारण पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है. वहीं, आने-जाने वाले यात्रियों के वेटिंग रूमें की बात तो दूर, बैठने तक के लिए मात्र दो बेंच पड़ी हुई हैं.
दरअसल, जिले में जब रोडवेज के लिए स्टैंड का निर्माण हुआ था, तब स्टैंड के आस-पास इतने मकान नहीं बने थे. लेकिन आज बस स्टैंड के आस-पास घनी आबादी बस गई है. नतीजा यह हुआ है कि शहर के विकास में जिले का रोडवेज स्टैंड दब गया है या दबा दिया गया है.
90 बसें लेकिन सिर्फ 34 बसों के लिए जगह
पीलीभीत रोडवेज की अपनी कुल 90 बसें हैं, लेकिन बस स्टैंड के पास सिर्फ 34 ही बसों को खड़ी करने की जगह है. आपको बता दें कि पीलीभीत से दिल्ली को जाने वाली बसों की संख्या ही कुल क्षमता से अधिक (36) है. वहीं, 5 बसें रोजाना लखनऊ को संचालित की जाती हैं.
यात्रियों के लिए सिर्फ असुविधाएं
पीलीभीत में बने यूपी रोडवेज के बस स्टैंड में यात्रियों के बैठने की कोई सुविधा नहीं है. यहां यात्री स्टैंड के नाम पर सिर्फ 2 बेंच रखे गए हैं. ऐसे में यात्रियों को बसों का इंतजार करने के लिए घंटे खड़ा होना पड़ता है.
प्रशासनिक भवन भी हुआ जर्जर
यात्रियों और बसों की बदहाली तो छोड़िए इस रोडवेज बस स्टैंड में अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए बना प्रशासनिक भवन भी जर्जर स्थिति में है. इसमें कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. वहीं, पूरे मामले पर जानकारी देते हुए डीआरएम वीके गंगवार ने बताया कि लंबे समय से बस स्टैंड को शिफ्ट करने के लिए शासन से पत्राचार कर रहे हैं, लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ हाथ नहीं लगता है. बस उम्मीद है कि जल्द ही पीलीभीत को नया बस स्टैंड मिलेगा.
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Tags: Pilibhit news, Uttar pradesh news
FIRST PUBLISHED : September 08, 2022, 14:11 IST