कमिश्नर दीपक अग्रवाल के इस कदम से विश्वनाथ मंदिर के कमर्चारियों और संबद्धित अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. दरअसल पूरा मामला विश्वनाथ मंदिर के निरक्षण को लेकर है, लेकिन ये निरीक्षण दीपक अग्रवाल ने लाव लश्कर के साथ नहीं बल्कि आम दर्शनार्थी बन कर किया है. इस दौरान उनको कई खामियां मिली, जिसको लेकर उन्होंने चेतावनी जारी की है.