सपा के लिए असली चुनौती यह भी है कि उसके विधायकों की पूरी तरह एकजुटता रहे. पिछली बार राष्ट्रपति चुनाव में सपा के एक दो विधायक एनडीए उम्मीदवार के समर्थन कर गए थे. चूंकि मतदान गुप्त होता है, इसलिए यह पता लगाना संभव नहीं हो पाता कि किसने किसको वोट दिया. बता दें कि एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार घोषित किया है.
Source link