योगी सरकार इस हादसे को लेकर पूरी सख्ती बरत रही है.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गाजियाबाद (Ghaziabad) के मुरादनगर श्मशान घाट हादसे (Muradnagar Crematorium Roof Collapses) की जांच एसआईटी (SIT) से कराने के निर्देश दिए हैं.
इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माण कार्य से सरकारी धन के हुए नुकसान की भरपाई संबंधित ठेकेदार तथा अभियंताओं से करने और अभियुक्तों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे. साथ ही कहा कि कोई भी दोषी बचना नहीं चाहिए.
वहीं, सीएम योगी ने कहा है कि सरकारी तथा निजी क्षेत्र में संचालित सभी बेसिक एवं माध्यमिक स्तर के विद्यालयों तथा डिग्री कालेजों आदि के भवनों का गहन निरीक्षण किया जाए. सभी सार्वजनिक भवनों का भी निरीक्षण किया जाए. सरकारी कालोनियों के भवनों का निरीक्षण कर यह देखा जाए कि यह दुरुस्त अवस्था में हैं अथवा नहीं. जर्जर भवनों के सम्बन्ध में शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप इनके ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए. आपको बता दें कि रविवार को हुए हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य व्यक्ति घायल हो गये थे. हालांकि हादसे के बाद मुरादनगर नगर पालिका की ईओ निहारिका चौहान, ठेकेदार अजय त्यागी, जेई चंद्रपाल व सुपरवाइजर आशीष समेत अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में रविवार की रात को रिपोर्ट दर्ज की गई है.
मदद में जुटी सरकारवहीं, जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पाण्डेय के निर्देश पर जिला विकास अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित कर हादसा पीड़ित परिवारों का सर्वे कराया जा रहा है. साथ ही शासन की समस्त कल्याणकारी योजनाओं में पात्रता के अनुसार लाभ दिलाये जाने की कार्यवाई भी शुरू हो गई है. जिला विकास अधिकारी गाजियाबाद ने मंगलवार को मुरादनगर क्षेत्र के कुल 18 परिवारों में से 12 परिवारों का सर्वे कर लिया है. पीडि़त परिवारों को शासन की विकलांग योजना, पारिवारिक योजना, विधवा पेन्शन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, कृषक छात्र वित्तीय योजना आदि में पात्रता के अनुसार लाभ दिलायें जाने की कार्रवाई शुरू हो गई है.
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