पुलिस ने 50 व्यक्तियों से 82500 रुपये का जुर्माना वसूला है. इनमें से अधिकांश लोग पर्यटक हैं. (सांकेतिक फोटो)
आरोपी महिला अपना बचाव करते हुए कहने लगी कि उसने कोई गर्भपात की दवाई नहीं दी बल्कि उसने तो बच्चा रोकने की दवाई दी थी.
टीम में शामिल डिप्टी सिविल सर्जन डॉ हरीश आर्य और एसएमओ डॉ राजेंद्र ने बताया कि फरीदाबाद के सीएमओ को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी की बल्लभगढ़ स्थित हॉस्पिटल में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कर्मचारी द्वारा अवैध रूप से गर्भपात की दवाइयां दी जा रही हैं. जिस पर डॉक्टरों की छापामार टीम गठित की गई और एक नकली महिला को मरीज बनाकर भेजा गया. जिसे इस महिला स्वास्थ्य कर्मचारी सुनीता ने क्षेत्र के एक होटल के पास 3:30 बजे बुलाया और उसे गर्भपात की दवाइयां देते हुए हजार रुपए ले लिए.
डॉक्टरों ने रंगेहाथ पकड़ा
जैसे ही उसने रुपए लिए डॉक्टरों की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ते हुए दी गई दवाइयां और रुपए बरामद कर लिए. डॉक्टरों ने बताया कि इस मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है और अगली कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया की लिंग अनुपात को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मुहिम चलाई हुई है. उसी मुहिम के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.आरोपी महिला ने कही ये बात
वहीं मौके पर पकड़ी गई स्वास्थ कर्मी अनीता से जब कैमरे पर पूछा गया कि वह गर्भपात की दवाइयां क्यों दे रही थी तो वह कोई जवाब नहीं दे पाई. अपना बचाव करते हुए कहने लगी कि उसने कोई गर्भपात की दवाई नहीं दी बल्कि उसने तो बच्चा रोकने की दवाई दी थी.
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