हरदोई: तबस्सुम और रमेश की प्रेम कहानी का दुखद अंत, CHC में मिली दोनों की लाश

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हरदोई. प्रेमी-प्रेमिका की गोली मारकर हत्या किए जाने की खबर से हरदोई जिले के बिलग्राम में हड़कंप मचा हुआ है. खून से लथ-पथ दोनों के शव पुरानी सीएचसी के अंदर पड़े हुए देखे गए. इसका पता लगते ही एसपी राजेश द्विवेदी, एएसपी पूर्वी अनिल कुमार यादव, एसडीएम बिलग्राम और सीओ बिलग्राम के फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है. वैसे पुलिस इसे आत्महत्या बता रही हैं, वहीं इलाके के लोग वारदात को ऑनर किलिंग मान रहे हैं.

बताया गया है कि बिलग्राम कस्बे के मोहल्ला रफैयत गंज निवासी ज़ाकिर की 26 वर्षीय पुत्री तबस्सुम उर्फ मुन्नी शनिवार को दिन में लगभग 11 बजे बुखार की दवा लेने के लिए घर से निकली थी. इसके काफी देर तक जब वह वापस घर नहीं लौटी तो उसकी खोजबीन की जाने लगी. इसी बीच दोपहर में शोर मच गया कि कस्बे की सदर बाज़ार में पुरानी सीएचसी के अंदर खून से लथ-पथ दो शव पड़े हुए हैं. इसका पता चलते ही इलाकाई पुलिस मौके पर पहुंच गई.

लाश के पास मिला तमंचा
एसपी राजेश द्विवेदी, एएसपी पूर्वी अनिल कुमार यादव, एसडीएम व सीओ बिलग्राम के अलावा फॉरेंसिक टीम भी मौके पर जांच पड़ताल के लिए पहुंच. इसके काफी देर बाद एक शव की शिनाख्त तबस्सुम उर्फ मुन्नी और दूसरे शव की शिनाख्त 27 वर्षीय श्यामू पुत्र रमेश राठौर निवासी मोहल्ला मंडई कस्बा बिलग्राम के रूप में की गई. जहां पर दोनों शव पड़े हुए थे, वहीं पर 315 बोर का तमंचा और एक खोखा भी पड़ा पाया गया.

समूचे इलाके में इसी बात का शोर हो रहा है कि दोनों की गोली मारकर हत्या की गई, जबकि पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है. पुलिस के इस तर्क के बीच लोग इसे ऑनर किलिंग का नाम दे रहे हैं. एसपी राजेश द्विवेदी का कहना है कि शवों को कब्ज़े में ले लिया गया है. मामले की गहराई से जांच-पड़ताल की जा रही है, जो भी सच्चाई होगी, बहुत जल्द ही सामने आ जाएगी.

पीहर के अरमानों का निकला जनाजा
गरीबी और गुरबत में गुज़र-बसर करने वाला ज़ाकिर का कुनबा मुन्नी की शादी में अपने अरमानों को पंख देने के लिए उतावले थे, लेकिन इसी बीच आई एक मनहूस खबर ने सभी के अरमानों को दफन कर दिया. हर किसी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. बताते चलें कि बिलग्राम कस्बे के मोहल्ला रफैयत गंज निवासी ज़ाकिर के दो बेटी और तीन बेटे हैं. अपनी मेहनत-मज़दूरी के बूते दो वक्त की रोटी जुटा पाना उनके लिए काफी मुश्किल था, लेकिन फिर भी ग़रीबी और ग़ुरबत में गुज़र-बसर करने वाले ज़ाकिर के घर वालों के अरमान बहुत थे.

तबस्सुम उर्फ मुन्नी की शादी मल्लावां कस्बे में तय हुई थी. 16 मई को उसकी बारात आनी थी. घर वालों ने उसकी शादी के लिए अपने अरमानों की पोटली बांध रखी थी. भाई भी रात-दिन पसीना बहा रहे थे. शादी की लगभग सारी तैयारियां पूरी हो चुकी थी. बस उस दिन का बड़ी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था, जिस दिन तबस्सुम उर्फ मुन्नी अपने पीहर की दहलीज़ से दुल्हन के लिबास में विदा होने वाली थी. लेकिन कहा गया है कि किस्मत की लकीरों को कोई काट नहीं सकता. अपने पीहर की दहलीज़ से तबस्सुम उर्फ मुन्नी की डोली निकलती, उससे पहले उसी दहलीज़ से उसका जनाज़ा निकला. इस मंजर को देखने वाला हर कोई अपने आंसुओं को रोक नहीं पाया.

पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी की
प्रेमी-प्रेमिका के खून से लथ-पथ शव मिलने की खबर से पुलिस की पेशानी पर बल पड़ गए. आला अफसरों के पहुंचने से पहले ही वहां इलाकाई पुलिस के अलावा माधौगंज, सांडी और मल्लावां कोतवाली की पुलिस ने वहां पहुंच कर पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी. अफवाहें उड़ाने वालों की कड़ी निगरानी की जाने लगी. हालात से निपटने के लिए पुलिस के जवान पूरी तरह से तैयार दिखाई दिए.

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Tags: Hardoi Honor Killing, Hardoi News, UP police



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