मुर्गियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं.
ये मुर्गियां बर्ड फ्लू (Bird Flu) से मर रहे हैं या कोई और वजह है, यह लैब की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा. जांच के लिए मुर्गियों का सैंपल जालंधर और भोपाल लैब भेजे गए हैं. हालांकि, कुछ पोल्ट्री फार्म मालिकों का मानना है कि मुर्गियों को आरडी हो गई है.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 5, 2021, 10:32 PM IST
वहीं दूसरी ओर बरवाला एग ट्रेडर्स ऐसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट मोहम्मद अफज़ाल ने न्यूज18 हिंदी को बताया, “हमारे यहां बर्ड फ्लू जैसी कोई बात नहीं है. हां, लेकिन मुर्गियों में आरडी हो गई है. इसकी वजह से मुर्गियों को मोल्डिंग पर लगाया गया है. उन्हें दवाई दी जा रही है. इसी की वजह से अंडे का प्रोडक्शन भी कम हो गया है. और रही बात बर्ड फ्लू की तो यह बीमारी देश से कब की खत्म हो चुकी है.”
यह होती है आरडी बीमारी
पोल्ट्री फार्म के मालिक अनिल शाक्या ने बताया, “आरडी बीमारी होने पर मुर्गियों का एक पैर आगे और एक पीछे की तरफ चला जाता है. मुर्गियों की गर्दन अकड़ जाती है. ऐसा होने के कुछ देर बाद ही मुर्गियां मरने लगती हैं.
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लेकिन अब इसका वैक्सीन भी आ गया है. मुर्गियों को दवाई भी दी जाती है. आरडी के लक्षण दिखने पर मुर्गियों को 10 से 15 दिन तक मोल्डिंग पर रखा जाता है. इस दौरान उन्हें सिर्फ दवाई दी जाती है. मोल्डिंग में मुर्गियां अंडा नहीं देती हैं.”
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