हरियाणा के सिरसा में चुनाव के दौरान किसानों ने गोपाल कांडा और सुनीता दुग्गल का जमकर विरोध किया. (सांकेतिक फोटो)
हरियाणा की सिरसा नगर परिषद के चेयरपर्सन चुनाव में विधायक गोपाल कांडा समर्थित रीना सेठी ने भाजपा प्रत्याशी सुमन लता बामनिया को दो वोट से हरा दिया. रीना सेठी को 17 मत मिले हैं. जबकि बामनिया को 15 वोट ही मिले.
- Last Updated:
April 7, 2021, 4:24 PM IST
नगर परिषद चेयरपर्सन का चुनाव तनावपूर्ण माहौल में संपन्न कराया गया. इस बार चेयरपर्सन की कुर्सी भाजपा से खिसककर गोपाल कांडा की पार्टी हरियाणा लोकहित पार्टी के हाथों में चली गई है. सिरसा की नगर परिषद में 31 वार्ड है जिसमें से 30 नगर पार्षदों ने अपने मतदान का प्रयोग किया. गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी की समर्थित उम्मीदवार रीना सेठी को चेयरपर्सन बनीं, जबकि भाजपा उम्मीदवार सुमन बामनिया चेयरपर्सन का चुनाव 2 वोट से हार गईं. सेठी को 17 वोट मिले जबकि बामनिया को 15 वोट मिले है. चुनाव में सुनीता दुग्गल और गोपाल कांडा के शामिल होने पर किसानों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए नगर परिषद् से 100 मीटर दूर चारों और से बेरिकेट्स लगाए गए थे, लेकिन किसानों ने बेरिकेट्स को तोड़ते नगर परिषद के नजदीक पहुंच गए. जिसको लेकर किसानों और पुलिस में जमकर धक्कामुक्की हुई. पुलिस ने किसानों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए वाटर कैनन का प्रयोग किया. किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने सुनीता दुग्गल और गोपाल कांडा को बड़ी मशक्कत के बाद सरकारी गाड़ियों में बैठाकर सुरक्षित भेजा गया.
एसडीएम सिरसा डॉ जयवीर यादव ने कहा कि नगरपरिषद चेयरपर्सन के चुनाव EVM के माध्यम से हुए जिसमे दो उम्मीदवार थे. रीना सेठी 2 वोटों से जीत गई हैं. चुनाव में सांसद सुनीता दुग्गल और विधायक गोपाल कांडा ने भी वोट डाले हैं. का प्रयोग किया था।किसानों ने कहा कि उनका विरोध चेयरपर्सन के चुनाव को लेकर नहीं है, बल्कि विधायक गोपाल कांडा और सांसद सुनीता दुग्गल को लेकर है. लगातार कृषि कानूनों को लेकर इनका विरोध हो रहा है, ये लोग किसानो को उग्र कर जानबूझ कर आंदोलन को भटकाने का काम कर रहे है.
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