रिपोर्ट: सर्वेश श्रीवास्तव
अयोध्या. देशभर में कृष्ण जन्मोत्सव की धूम है. इस उत्सव में लड्डू गोपाल को प्रसन्न करने के लिए कोई किसी तरह का मौका छोड़ना नहीं चाहता है. पूरी दुनिया को अपनी बाल लीलाओं से मंत्रमुग्ध करने वाले भगवान श्रीकृष्ण को उनके भक्त कई नामों से पुकारते हैं. कोई उनको मुरली मनोहर, कोई कान्हा तो कोई नंदगोपाल और माखन चोर के नाम से पुकारता है, लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया को गीता का उपदेश देने वाले भगवान श्री कृष्ण को रणछोड़ भी कहा जाता है. आइए जानें आखिर क्यों कान्हा को रणछोड़ कहा जाता है?
दरअसल भगवान श्री कृष्ण के जीवन में एक समय ऐसा भी आया था. जब वह अपने शत्रु से मुकाबला ना करके मैदान छोड़ने में ही अपनी भलाई समझे थे.महाभारत जैसे युद्ध पांडवों को जिताने वाले लड्डू गोपाल आखिर रणछोड़ कैसे हो सकते हैं इसके पीछे भी एक कहानी है.
भगवान शिव के वरदान का रखना था मान
ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम बताते हैं कि यह घटना उस समय की है. जब मगधराज जरासंध ने श्री कृष्ण को युद्ध के लिए ललकारा था. उस वक्त जरासंध ने युद्ध में साथ देने के लिए कालयवन नाम के राजा को भी मना लिया था, जिसे भगवान शिव का वरदान मिला हुआ था. कालयवन राजा को भगवान शंकर ने वरदान दिया था कि ना तो कोई सूर्यवंशी उसका कुछ बिगाड़ पाएगा, ना ही चंद्रवंशी ना और ना ही कोई हथियार उसे मार सकता है. इसके साथ ही ना ही उसे कोई बल से हरा सकता है. भगवान शिव के वरदान का मान रखने के लिए श्रीकृष्ण रण छोड़कर भाग गए थे.
(नोट: यहां दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित है. NEWS 18 LOCAL इसकी पुष्टि नहीं करता है)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Ayodhya News, Lord krishna, Sri Krishna Janmashtami
FIRST PUBLISHED : August 19, 2022, 18:30 IST