रांची10 मिनट पहले
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DGP ने बताया कि राज्य के 529 थानों को क्राईम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (CCTNS) से जोड़ा गया है।
झारखंड के DGP नीरज सिन्हा ने कहा है कि अब राज्य में नक्सली संगठन अपनी पहचान बनाए रखने के लिए जूझ रहे हैं। पुलिस उनके हर मंसूबे पर पानी फेर दे रही है। नक्सलियों के खिलाफ झारखंड पुलिस ने लगातार सफलताएं प्राप्त की है। ये अभियान उनके सफाए तक जारी रहेगा।
हालिया दो दशक में कई दुर्दांत नक्सली ना सिर्फ गिरफ्तार किए गए हैं बल्कि विभिन्न पुलिस मुठभेड़ों में नक्सली मारे गए हैं। अब तक 9631 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया जिसमें पोलित ब्यूरो सदस्य-3, सेंट्रल कमेटी सदस्य-3, सैक सदस्य-27, रीजनल कमिटी सदस्य-11, जोनल कमांडर-90, सब जोनल कमांडर-263 एवं एरिया कमांडर 420 की गिरफ्तारी की गई है। जबकि 931 नक्सली मारे गए।
529 थाने CCTNS से जुड़े
DGP बताया कि झारखंड पुलिस लगातार आधुनिक हो रही है। इसी क्रम में राज्य के 529 थानों को क्राईम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (CCTNS) से जोड़ा गया है। थाने में होने वाले FIR की CCTNS सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन प्रविष्टियां की जा रही है। ऑनलाइन FIR के तहत अब तक कुल 70280 मामलों में 61770 मामले का निष्पादन किया जा चुका है।8510 मामले लंबित हैं एवं 2465 मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। आम नागरिकों से सीधे संवाद के लिए झारखंड पुलिस ने अपना ट्विटर भी प्रारंभ किया है।
112 पर दीजिए घटना की जानकारी, तुरंत मदद मिलेगी
झारखंड पुलिस स्टेट इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम के अंतर्गत यूनिफाइड डायल 112 जारी की है। किसी भी घटना व दुर्घटना होने पर एक 112 नंबर डायल कर 24 घंटे आपातकालीन सेवा की व्यवस्था है। इसके अंतर्गत पुलिस, अग्निशमन व एंबुलेस की मदद ली जा सकती है। वहीं अवैध मानव व्यापार की रोकथाम के लिए राज्य के सभी 24 जिलों में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाने का सृजन किया गया है।
दो दशक में 9631 नक्सलियों हुई गिरफ्तारी