रिपोर्ट-आदित्य कुमार
नोएडा. उत्तर प्रदेश की पिकलबॉल टीम ने पहली बार ही राष्ट्रीय खेल में हिस्सा लिया और पहली बार में ही पूरे प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है, वो भी सीनियर सिटीजन ग्रुप के कैटेगरी में. सातवां नेशनल पिकलबॉल टूर्नामेंट 24 जून से 27 जून तक हैदराबाद में खेला गया था. पिकलबॉल (Pickleball) भारत में अभी नया है. इसकी खास बात यह है कि इसमें किसी भी उम्र के लोग खेल सकते हैं.
सीनियर सिटीजन कैटेगरी में कांस्य पदक विजेता प्रदीप कुमार सक्सेना बताते हैं कि पिकलबॉल एक रैकेट और बॉल गेम है. यह संयुक्त राज्य अमेरिका में उत्पन्न हुआ था, जो टेबल टेनिस और लॉन टेनिस से मिलाकर बनाया गया है. भारत में पिकलबॉल एसोसिएशन का गठन 2007 में किया गया था. 1965 में पहली बार पिकलबॉल की प्रतियोगिता संयुक्त राज्य अमेरिका में खेली गई थी.
प्रदीप कुमार बताते है कि मुझे दिल का दौरा पड़ा था. इसके बाद मैंने यह खेलना शुरू किया था और पहले नेशनल में ही मैंने कांस्य पदक हासिल किया है. मेरा मुकाबला मुंबई और केरल से हुआ था, जिसमें मुंबई से में हार गया था. वह बताते हैं कि यह खेल आठ साल से लेकर सीनियर सिटीजन कैटेगरी तक खेला जाता है, यही इसकी खूबी है.
खेल में है अपार संभावनाएं
वहीं, पिकलबॉल खिलाड़ी सुनील गर्ग ने बताया कि हम दस खिलाड़ी हैदराबाद गए थे, जिसमे आठ नोएडा से ही थे और दो लखनऊ से थे. यह एक नया गेम है, इसमें अपार संभावनाएं हैं. वहीं, टेबल टेनिस या टेनिस जैसे खेल में लंबी लाइन है जहां एंट्री करना मुश्किल है. अभी यह गेम 70 देशों में खेला जाता है और आगामी ओलिंपिक गेम में इसे खेला भी जाना है.
कैसे सीखें और जुड़े इस खेल से
अमन ग्रोवर उत्तर प्रदेश स्टेट पिकलबॉल एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी हैं वो बताते हैं कि किसी को भी अगर खेलना हो या सीखना हो यह गेम तो वो हमें 918800091818 पर कॉल कर सकते हैं और https://pickleball.in/ वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं.
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Tags: Noida news
FIRST PUBLISHED : July 06, 2022, 11:29 IST