रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Photo-ANI)
रूसी विदेश मंत्री ने कहा-उन्होंने एस-400 डील को लेकर अमेरिकी दबाव पर भारत से बातचीत नहीं की है लेकिन अगर वाशिंगटन की तरफ से किसी भी देश पर दबाव बनाया जाएगा तो उसे भी उचित प्रतिक्रिया मिलेगी.
लावरोव ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा-भारत के साथ हमने डिप्लोमेटिक मिलिट्री कोऑपरेशन पर आगे बढ़ने की बात की है. दोनों देशों की एक कमेटी है. हमने रूसी मिलिट्री उपकरणों को भारत में बनाए जाने को लेकर बात की है. ऐसा मेड इन इंडिया के कॉसेप्ट के तहत किया जाएगा. भारत की तरफ से डील या फिर किसी भी अन्य मुद्दे पर किसी तरह का कोई भटकाव नहीं है.
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने उठाए थे सवाल, प्रतिबंधों की तरफ किया था इशारा
गौरतलब है कि बीते महीने अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने S-400 डील को लेकर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने यह भी कहा था कि इस डिफेंस सिस्टम को खरीदने के बाद भारत को प्रतिबंधों का भी सामना करना पड़ सकता है.क्या बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर
सर्गेई लावरोव से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि एस-400 डील को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है. इसके लिए एक अलग बॉडी बनी हुई है जिसकी अध्यक्षता दोनों देशों के रक्षा मंत्री कर रहे हैं.
क्या है S-400 डिफेंस सिस्टम
S-400 की क्षमताओं की बात करें तो यह मौजूदा समय में सबसे बेहतर लॉन्ग रेंज एयर डिफ़ेंस सिस्टम है, जो कि 400 किलोमीटर की दूरी तय कर 30 किलोमीटर ऊंचाई तक दुश्मन की मिसाइल, फाइटर विमान और यूएवी को ट्रैक कर मार गिरा सकता है. इस प्रणाली में सबसे अचूक रडार सिस्टम लगा है जो कि एक साथ 100 से भी ज़्यादा टार्गेट को एक साथ ट्रैक कर सकता है.