वाराणसी: भगवान शिव की पावन नगरी काशी को लेकर दुनियाभर में कितना खूबसूरत परसेप्शन है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक शख्स इस शहर को देखने और जीने साइकिल चलाकर ब्रिटेन से वाराणसी (Varanasi) आ गया. दरअसल, ब्रिटेन से आया ब्रिटिश नागरिक इन दिनों वाराणसी की गलियों को जी रहा है. ब्रिटिश नागरिक ल्यूक ग्रेनफिल शॉ कैंसर से पीड़ित हैं और वह ब्रिस्टल से साइकिल चलाकर वाराणसी पहुंचें हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ब्रिटिश नागरिक ल्यूक ग्रेनफिल शॉ ब्रिस्टल शहर से बीजिंग तक की यात्रा पर हैं. उन्होंने कहा, “मैं ब्रिटेन के ब्रिस्टल शहर से बीजिंग तक 30,000 किलोमीटर की साइकिल यात्रा पर हूं। वाराणसी आने का उद्देश्य हिंदुओं के पवित्र शहर को देखना है. इस दौरान मैं इस शहर को घूमना और व्यंजनों का स्वाद लेना चाहता हूं. मैं साइकिल चलाकर यहां इसलिए पहुंचा हूं क्योंकि मैं संदेश देना चाहता हूं कि कैंसर से पीड़ित होने के बाद भी आप बाहर जा सकते हैं और अभी भी अपने सपनों को प्राप्त कर सकते हैं.
उत्तर प्रदेश: एक ब्रिटिश नागरिक ल्यूक ग्रेनफिल शॉ जो कैंसर से पीड़ित हैं, ब्रिस्टल से साइकिल चलाकर वाराणसी पहुंचें हैं।
उन्होंने कहा, “मैं ब्रिटेन के ब्रिस्टल शहर से बीजिंग तक 30,000 किलोमीटर की साइकिल यात्रा पर हूं। वाराणसी आने का उद्देश्य हिंदुओं के पवित्र शहर को देखना है।” pic.twitter.com/UcQdG66tWi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 25, 2022
ब्रिटिश नागरिक ल्यूक ग्रेनफिल शॉ अभी वाराणसी में डेरा डाले हुए हैं और इस यात्रा के दौरान वह लगातार वाराणसी को समझने की कोशिश कर रहे हैं. वह लगातार यहां के जायकों का लुत्फ उठा रहे हैं और हिंदुओं के पवित्र नगरी के बारे में जो सुना था, उसे जी रहे हैं और समझ रहे हैं. बताया जा रहा है कि ल्यूक ग्रेनफिल शॉ के साथ उनकी मां भी हैं, जो दर्जनों देशों को पार करके वाराणसी पहुंचे हैं. वाराणसी के बाद ल्यूक कोलकाता और पश्चिम बंगाल होते हुए चीन पहुंचेंगे.
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