रिपोर्ट-अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. यूपी के वाराणसी की सुमेघा पाठक आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है. जिंदगी के एक हादसे ने कुछ साल पहले दौड़ती हुई सुमेघा को भले ही व्हीलचेयर पर ला दिया हो] लेकिन काशी की इस बेटी के हौसले ने उसे आज अंतर्राष्ट्रीय शूटर बना दिया है. हाल में ही सुमेघा ने फ्रांस में हुए पैरा वर्ल्ड कप प्रतियोगिता में रजत पदक जीत कर पूरे देश के साथ काशी का नाम रोशन किया है.
सुमेघा के झोलियों में पदक का ये सिलसिला 2018 से शुरू हुआ. प्री स्टेट चैम्पियनशिप में पहली बार उन्होंने गोल्ड पदक हासिल किया. इसके बाद प्री नेशनल में कांस्य पदक, 2019 में स्टेट लेवल की प्रतियोगिता में गोल्ड और अब फ्रांस के हुए पैरा वर्ल्ड कप प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल कर अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज बन गई हैं.
घर में करती हैं प्रैक्टिस
सुमेघा पाठक ने बताया कि पढ़ाई के बाद वो अपना पूरा समय अपने खेल पर देती हैं. खास बात ये है कि वह घर पर रखकर ही प्रैक्टिस करती हैं. इसके लिए उनके पिता ने घर में ही शूटिंग रेंज को बनाया हुआ है. सुमेघा ने बताया कि उनका सपना है कि वो पैरालंपिक में खेलें और मेडल लाकर देश का नाम रोशन करें, जिसकी तैयारी भी अब उन्होंने शुरू कर दी है.
पीएम मोदी कर चुके हैं सलाम
बता दें कि साल 2019 में बनारस की सुमेघा पाठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से भी मुलाकात कर चुकी हैं. पीएम ने भी बनारस की इस बेटी से बातचीत के बाद उनके हौसले को सलाम किया था, जिसके बाद सुमेघा के हौसले को और बल मिल गया.
2013 में बीमारी के बाद व्हीलचेयर पर पहुंची सुमेघा
सुमेघा के पिता बृजेश पाठक ने बताया कि साल 2013 में अचानक रीढ़ की हड्डी में इंफेक्शन के कारण सुमेघा के शरीर का निचला हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था, जिसके बाद वो व्हीलचेयर पर आ गई. दवा और इलाज का सिलसिला लंबा चलता रहा, लेकिन इस बेटी के हौसले ने उसे व्हीलचेयर पर बैठा कर भी खड़ा कर दिया और अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज बना दिया.
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Tags: Pm narendra modi, Varanasi news
FIRST PUBLISHED : June 22, 2022, 18:01 IST